पिलानी। कस्बे के झेरली में गुरुवार को आम रास्ते को बंद कर देने पर ग्रामीणों ने विरोध किया। विवाद झेरली आश्रम के पास से घूमनसर जाने वाले रास्ते को गांव के लोगों ने तारबंदी कर बंद कर दिया। जिसके बाद झेरली और घूमनसर के सैंकड़ों ग्रामीणों ने एक राय होकर रास्ता बंद करने के लिए की गई तारबंदी को उखाड़ फेंका। सूचना पर प्रशासन और पुलिस भी मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाइश के प्रयास किए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया की झेरली स्थित बाबा हरिनाथ आश्रम में आए कुछ लोगों ने आश्रम के पास से घूमनसर जाने वाले आम रास्ते को दोनों तरफ से तारबंदी कर बंद कर दिया।
इससे पहले इन्हीं लोगों ने इस रास्ते पर पानी की एक डिक्की भी खुदवा दी थी। रास्ता बंद करने के बाद घूमनसर, गुर्जरों की ढाणी, थिरपाली आदि गांवों के लिए इधर से गुजरने वाले ग्रामीणों को घूम कर दूसरे रास्ते से जाने के लिए कहा गया है। घूमनसर सरपंच नरेंद्र धनखड़ ने बताया कि आश्रम में हरियाणा के आपराधिक लोगों का आवागमन रहता है अन्य असामाजिक तत्व भी यहां डेरा डाले रहते हैं। सरपंच नरेंद्र धनखड़ ने आरोप लगाया कि पुलिस जांच करे तो आश्रम से नशीले पदार्थों के अलावा हथियार भी बरामद होंगे। विवाद के बाद घूमनसर सरपंच नरेंद्र धनखड़, झेरली सरपंच अनूप देवी और उप सरपंच विक्रम सिंह ने पिलानी थानाधिकारी को आश्रम के महंत दशहरानाथ महाराज, नरेन्द्र भटैया, सतवीर, धीरू और किशन भटैया के विरुद्ध तारबंदी से आम रास्ते को बंद करने, धमकी देने का परिवाद दिया है।
इस मामले में आश्रम महंत दशहरानाथ महाराज से बात करने पर उन्होंने बताया की आश्रम पर कुछ लोग झूठे आरोप लगा रहे है और वे पिछले तीन दिन से बाहर है। गांव के लोगों ने ही तारबंदी की और ग्रामीणों ने ही हटा दी। इस मामले में उनका कोई लेना देना नहीं है। और अन्य आरोपों की प्रशासन जांच करवा लेवे। वे प्रशासन का सहयोग करेंगे। इस मामले में पुलिस से बात करने पर उन्होंने बताया कि रास्ते के विवाद की सूचना मिली जिस पर मौके पर पहुंच कर जांच कर पटवारी से मौका करवा कर रास्ता खुलवा दिया गया। आश्रम के महंत बाहर गए हुए थे। जिनसे बात नहीं हुई। मौके पर सरपंच घूमनसर नरेंद्र धनखड़, कैप्टन पूरणमल झेरली, विक्रम, महेंद्र मांजू, नरेंद्र श्योराण, मालाराम धनखड़, महावीर डाला, कुरड़ाराम धानक, अशोक जांगिड़, हंसराम प्रजापत, राजेंद्र टेलर, नवीन सिंह शेखावत, बशेसर भामू, नरेंद्रसिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।