झुंझुनूं। मंगलवार को एनएसयूआई की ओर से संविधान बचाओ मार्च के तहत प्रदर्शन किया गया। कलेक्ट्रेट तक रैली के रूप में पहुंचे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस बेरिकेट्स लगाए थे। लेकिन कार्यकर्ता उग्र हो गए और पहले तो बेरिकेट्स पर चढकर नारेबाजी करने लगे। लेकिन जब बेरिकेटस से नीचे पुलिस ने कार्यकर्ताओं को उतार दिया तो एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ व जिलाध्यक्ष राहुल जाखड़ जमीन पर ही बैठ गए। लेकिन बार-बार निवेदन पर भी जब नहीं उठे तो पुलिस प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ को घसीटते हुए उठाकर ले गई।
जिसके बाद विनोद जाखड़ समेत अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस गिरफ्तार कर अपने साथ वैन में ले गई। हालांकि बाद में कुछ दूरी पर ले जाकर सभी को छोड़ दिया गया। इससे पहले मौके पर हुई विरोध सभा को एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष के अलावा कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश सुंडा ने संबोधित किया। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ ने बताया कि अग्निवीर योजना सेना को कमजोर कर रही है। वहीं मोदी सरकार किसानों की बात सुनने की बजाय, उन पर गोलियां बरसा रही है। देश में बेरोजगारी बढ रही है। हर वर्ग इस सरकार से दुखी है।
राष्ट्रपति के नाम दिया छह सूत्री मांग पत्र
इस मौके पर राष्ट्रपति के नाम छह सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। जिसमें अग्निवीर योजना को तुरंत बंद करने, अग्निवीर योजना से पहले सेना भर्ती में चयनित डेढ लाख युवाओं को ज्वाइनिंग देने, राजीव गांधी युवा मित्रों को बहाल करने, किसानों को एमएसपी की गारंटी देने के अलावा झुंझुनूं की मोरारका कॉलेज में एमकॉम और उर्दू विषय शुरू करने की मांग की गई। प्रदर्शन को लेकर कलेक्ट्रेट पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात था। इस मौके पर युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुनील झाझड़िया, ब्लॉक अध्यक्ष मंडावा किरोड़ीमल पायल, कांग्रेस मुकुंदगढ़ कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश, जगदीश पूनियां, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मेहर कटारिया, जिलाध्यक्ष कांग्रेस आईटी सेल राहुल कुमास, पूर्व जिलाध्यक्ष अंकित जाखड़, पूर्व प्रदेश महासचिव अशोक सैनी, जिला उपाध्यक्ष चारू शर्मा, जिला महासचिव वीरेंद्र जालिमपुरा, महासचिव प्रवीण सुंडा, छात्रनेता मुरारका कॉलेज अध्यक्ष अनीश जांगिड़, विनय चौधरी, जिला महासचिव शशांक चौधरी, राजीव गोदारा, जितेंद्र स्वामी, महासचिव फैसल खोखर, जिलाध्यक्ष सुनील सिहाग, हितेश ढाका, कपिल पूनियां, विवेक खीचड़, जिला उपाध्यक्ष श्रवण मीणा, जिला प्रवक्ता शाहबाज फारूकी, शाहबाज खान समेत सैंकड़ों कार्यकर्ता रहे।