Monday, May 12, 2025
spot_imgspot_img

Top 5 This Week

spot_img

Related Posts

झुंझुनूं जिले के 7 वीआईपी विद्यार्थी, एक की पढाई पर डेढ़ लाख रुपए महीना खर्च, यह खर्च अभिभावक नहीं बल्कि राज्य सरकार उठा रही

बुहाना। आइए अब हम आपको मिलाते हैं उन सात वीआईपी बच्चों से, जिनकी पढाई के लिए हर महीने करीब करीब डेढ़ लाख रुपए खर्च हो रहे हैं। जी, हां आपके बच्चे की पढाई पर आप महीने के 10, 20 या फिर 30 हजार तक खर्च करते होंगे। कोई और भी बड़ी निजी स्कूल है तो 60 से 65 हजार रूपए महीना की राशि अधिकतम होगी। जो आपके बच्चे की पढाई पर खर्च हो रही होगी। लेकिन झुंझुनूं के बुहाना के समीप रायपुर अहीरान की एक स्कूल में एक बच्चे की पढाई पर करीब डेढ़ लाख रुपए महीना खर्च हो रहा है। यह खर्च अभिभावक नहीं बल्कि राज्य सरकार वहन कर रही है।

दरअसल रायपुर अहीरान की सरकारी स्कूल कक्षा 1 से 12 तक संचालित है। लेकिन इसमें पढ़ने के लिए सात ही बच्चे आते हैं। इन सात बच्चों को पढाने के लिए यहां पर 10 शिक्षक कार्यरत हैं। जिनकी एक महीने की तनख्वाह और अन्य खर्च जोड़ा जाए तो 10 लाख रूपए के करीब जोड़ बैठता है। इस हिसाब से देखा जाए तो एक बच्चे पर पढाई के लिए सरकार डेढ लाख रूपए खर्च कर रही है। इन बच्चों में अधिकतर वो बच्चे है। जिनके माता—पिता या तो नरेगा में मजदूरी करते है। या फिर अन्य दूसरी जगह पर दिहाड़ी मजदूरी करते है। जब से स्कूल के हालात सामने आए है। तब से सरकारी स्कूल की इस शर्मनाक तस्वीर की सभी जगहों पर चर्चा है। ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में प्रिंसिपल का पद खाली है। इसलिए लापरवाही के कारण नामांकन सात रह गया है। वहीं ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बुहाना ने इस दिशा में योजनाबद्ध ढंग से कार्य कर नामांकन बढाने की बात कही है। आपको बता दें कि विद्यालय के पांच कक्षाओं में नामांकन ही नहीं है। शेष कक्षाओं में नामांकन एक तक सीमित है। कक्षा एक, चार, छह, 11 व 12 में एक भी विद्यार्थी नामांकित नहीं है। जबकि कक्षा दो, तीन, पांच, सात, आठ, नौ व 10 में एक—एक विद्यार्थी नामांकित है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular Articles