झुंझुनूं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने बुधवार रात प्रदेश के आठ पार्टी जिलाध्यक्षों को बदल दिया। इनमें झुंझुनूं जिलाध्यक्ष भी शामिल हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष पद पर वरिष्ठ नेता बनवारीलाल सैनी को नियुक्त किया गया है। सैनी झुंझुनूं जिले के जिला उप प्रमुख रहे हैं तथा झुंझुनूं लोक सभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे हैं। साढ़े 4 साल तक जिला अध्यक्ष रहे पवन मावंडिया को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हटाने के कई कारण सामने आ रहे हैं।
पहला तो यह है कि विधानसभा चुनाव में हारे प्रत्याशियों ने पार्टी हाइकमान तक इनकी शिकायत की थी। दूसरा कारण विधानसभा चुनाव में मावंडिया पिलानी व झुंझुनूं सीट पर पार्टी की बगावत को मैनेज नहीं कर पाए। इसी कारण इन दोनों सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा उन पर गुटबाजी के भी आरोप हैं। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हटाने के कारण सैनी समाज की नाराजगी दूर करने के लिए भाजपा ने उनकी ही जाति के बनवारीलाल सैनी काे अध्यक्ष बनाकर डैमेज कंट्रोल भी किया है।
विधानसभा चुनाव में मिली करार हार के कारण गंवाना पड़ा पद

पार्टी सूत्राें की माने तो जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया को विधानसभा चुनाव में करारी हार के कारण अपना पद गंवाना पड़ा है। विधानसभा चुनाव में भाजपा की जोरदार लहर के बावजूद जिले में 7 सीटों में से पार्टी प्रत्यााशियों की 5 सीटों पर हार हुई। सिर्फ नवलगढ़ और खेतड़ी में ही भाजपा चुनाव जीत सकी। मावंडिया के खुद के विधानसभा क्षेत्र पिलानी और सैनी बाहुल्य सीट उदयपुरवाटी में भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। चिड़ावा के पास मावंडियों की ढाणी में उनके खुद के बूथ पर भी पार्टी की हार हुई थी।
नए जिलाध्यक्ष बनवारी सैनी लोकसभा चुनाव हार चुके , विधानसभा का टिकट भी लौटाया
भाजपा के नए जिलाध्यक्ष बनाए गए बगड़ निवासी बनवारीलाल सैनी 1999 में पार्टी की सीट पर झुंझुनूं से लोकसभा चुनाव हार चुके हैं। इसके अलावा उन्हें 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें नवलगढ़ से टिकट दिया था, लेकिन सैनी समाज के विरोध के कारण उन्होंने अपनी टिकट पार्टी को लौटा दी थी। तब पार्टी ने सैनी समाज के ही रवि सैनी को प्रत्याशी बनाया। बनवारीलाल 2014 में उप जिला प्रमुख रहे हैं। वे वर्तमान में जिला परिषद के वार्ड 33 से सदस्य निर्वाचित हैं।