Sunday, February 9, 2025
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जिले के नौ अस्पतालों को मिली टीबी रोग की पहचान की अनूठी मशीन, महज दो घंटे में पता चलेगा बीमारी है या नहीं

झुंझुनूं । राज्य सरकार ने जिले के नौ प्रमुख अस्पतालों में टीबी रोग की शीघ्र पहचान के लिए ट्रूनॉट मशीन उपलब्ध कराई है। इस मशीन के दो बड़े फायदे हैं। पहला फायदा तो यह है कि बहुत कम समय में यह बीमारी की पहचान कर लेगी। साथ ही दूसरा बड़ा फायदा यह है कि टीबी रोगी जो दवाएं ले रहा हैं, उनका उसे फायदा हो रहा है या नहीं, ये भी मशीन बता देगी। यानी इस मशीन से महज दो घंटे के अंदर टीबी की रिपोर्ट मिल जाएगी। बैटरी से चलने वाली यह छोटी सी मशीन टीबी के साथ कोरोना की भी जांच कर सकती है। सरकारी अस्पतालों में इस मशीन से जांच निशुल्क हो सकेगी।
पहले बीडीके अस्पताल परिसर में बने टीबी अस्पताल में ही रोगियों की जांच हो पाती थी। यहां पर माइक्रोस्कोपी से जांच की जाती थी। परंतु यह प्रक्रिया लंबी थी और इसकी जांच भी शत-प्रतिशत ठीक नहीं होती थी। ट्रूनॉट मशीन से की गई जांच 99.99 प्रतिशत सही होती है। इस मशीन से यह भी पता लग जाएगा कि रोगी के दवा काम कर रही है या नहीं।
इन नौ अस्पतालों को मिली ट्रूनॉट मशीनें
जिले के नौ अस्पतालों को ट्रूनॉट मशीनें मिली हैं। इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मंडावा, सूरजगढ़, उदयपुरवाटी, मुकुंदगढ़, उप जिला अस्पताल मलसीसर, खेतड़ी, चिड़ावा, जिला अस्पताल नवलगढ़ और झुंझुनूं टीबी सेंटर को मिली हैं। मशीनों को लगा दिया गया और इनसे जांच भी शुरू कर दी गई है। एक ट्रूनॉट मशीन की कीमत पांच से आठ लाख रुपए के बीच होती है। जिले को मिली नौ मशीनों की कीमत 45 से 75 लाख रुपए के बीच है।
जानिए: टीबी के लक्षण
– वजन का कम होना और ज्यादा थकान महसूस होना
– शाम को बुखार का आना और ठंड लगना ,रात में पसीना आना
– लगातार 3 हफ्तों से खांसी का आना और उसका जारी रहना
– खांसी के साथ खून का आना
– छाती में दर्द और सांस का फूलना