झुंझुनूं। जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग झुंझुनूं की ओर से अभिनव पहल करते हुए जिले की बेटियों के लिए निशुल्क लाइब्रेरी कम काउंसलिंग सेंटर की शुरूआत की गई है। जिले की पहली लाइब्रेरी का शुभारंभ गुरूवार को ग्राम पंचायत सोनासर के शहीद महेन्द्र सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रारंभ की गई। काउंसलिंग सेंटर का शुभारंभ गुरूवार को जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल द्वारा किया गया। जिला साक्षरता अधिकारी कुलदीप खरबास ने बताया कि वर्तमान समय में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाली बेटियों के लिए पुस्तकों, सामयिक पत्र-पत्रिकाओं, पृथक अध्ययन कक्ष एवं उचित मार्गदर्शन की महत्ती आवश्यकता है।
ग्रामीण परिवेश में रहने वाली छात्राओं के लिए इनकी उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो पाती थी। जिला कलेक्टर ने इसके लिए नवाचार करते हुए जिले की पहली ग्राम पंचायत में यह लाइब्रेरी प्रारंभ की है। आने वाले समय में ऐसी ही लाइब्रेरी प्रत्येक पंचायत स्तर पर चरणबद्ध तरीके से अन्य राजकीय विद्यालयों में भी शुरू की जाएगी। जहां बेटियों को पृथक अध्ययन कक्ष, आवश्यक फर्नीचर, स्थानीय एवं राष्ट्रीय समाचार-पत्र, सामयिक पत्रिकाएं, संदर्भ पुस्तकें एवं आवश्यक मार्गदर्शन उपलब्ध होगा तथा कॅरिअर विकल्पों के संबंध में जानकारी प्रदान की जाएगी। इनसे स्कूली छात्राओं, पूर्व छात्राओं, बीएसटीसी व बीएड इन्टर्नशिप कर रही छात्राओं, मुख्यमंत्री युवा संबल इन्टर्नशिप कर रही छात्राओं को लाभ मिल सकेगा। इन केन्द्रों पर सभी आवश्यक संसाधन भामाशाहों की मदद से जुटाए जाएंगे। ग्राम पंचायत सोनासर की इस लाइब्रेरी कम काउंसलिंग सेंटर के लिए ग्राम पंचायत सोनासर के सरपंच सहीराम बसेरा द्वारा 50 हजार रूपए की राशि का चैक भेंट किया गया है।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर द्वारा इस लाइब्रेरी में अध्ययन करने वाली छात्राओं से भी संवाद किया गया एवं इस नवाचार को ओर बेहतर बनाने के संबंध उनके सुझाव आमंत्रित किए। छात्राओं द्वारा इस अभिनव पहल की सराहना की गई एवं इसे बेटियों के लिए उपयोगी बताया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर द्वारा छात्राओं को पुस्तकें भेंट की गई। कार्यक्रम में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी अनुसूईया सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक मनोज ढाका, डाइट प्रिंसिपल अमीलाल मूंड, सहायक निदेशक समसा अशोक जांगिड़, सार्वजनिक पुस्तकालय से प्रभारी द्वारकाप्रसाद सैनी, ग्राम पंचायत सोनासर से पूर्व सरपंच रोहिताश भड़िया, संस्था प्रधान मनीराम मंडीवाल, रामकुमार सिहाग एवं विद्यालय की छात्राएं उपस्थित रही।