मुकुंदगढ़। थाना इलाके के डूंडलोद गांव में अपने ही बुजूर्ग चाचा को उसके भतीजे ने मुक्कों से मार—मारकर मौत के घाट उतार दिया। इस मामले में मृतक के बेटे ने हत्या का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। जानकारी के मुताबिक डूंडलोद के तोलासरिया परिवार के सदस्य विश्वनाथ तोलासरिया का दो दिन पहले देहांत हो गया था। जिसकी शोक बैठक चल रही थी। इसी दौरान दिवंगत विश्वनाथ के बड़े भाई किशोरीलाल का बेटा सीकर निवासी रामगोपाल अपनी पत्नी और मां के साथ शोक सभा में पहुंचा। उसने आते ही पहले तो गाली गलौच करना शुरू कर दिया।
इसके बाद अपने चाचा गोकुलचंद तोलासरिया के साथ मारपीट शुरू कर दी। मृतक गोकुलचंद के पुत्र संजय द्वारा दर्ज करवाई गई एफआईआर के मुताबिक पहले तो उसने गोकुलचंद के सिर पर मुक्कों से वार किए। इसके बाद जब गोकुलचंद नीचे गिर गया तो भी गोकुलचंद की छाती पर मुक्कों से वार करता रहा। बीच बचाव करने गोकुलचंद के बड़े भाई उमादत्त और छोटा भाई भरत आया तो उनसे भी मारपीट की। मारपीट में घायल गोकुलचंद को जब नवलगढ़ के जिला अस्पताल ले जाया गया तो उसे मृत घोषित कर दिया। अब इस मामले में मृतक गोकुलचंद के बेटे संजय ने अपने ताऊ के बेटे रामगोपाल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। उसने बताया है कि करीब एक—डेढ साल पहले भी रामगोपाल ने उसके परिवार के सदस्यों के साथ गाली गलौच करते हुए मारपीट की थी और दुकानों के ताले लगा दिए थे। जब भी रामगोपाल और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। पुलिस ने छह महीने के लिए पाबंद किया था। लेकिन अब एक बार फिर इन्होंने हमला कर गोकुलचंद की जान ले ली। बताया जा रहा है कि तोलासरिया परिवार में प्रोपर्टी को लेकर विवाद है। जिसके चलते यह घटना हुई है। हालांकि पुलिस रिपोर्ट में प्रोपर्टी विवाद का कोई जिक्र नहीं है।
पिता की फोटो नहीं देखकर नाराज हुआ बेटा
गोकुलचंद के बड़े भाई उमादत्त के बेटे अनिल तोलासरिया ने बताया कि उसके पिता समेत सात भाई किशोरी लाल, उमादत्त, विश्वनाथ, गोकुलचंद, रमेशचंद्र, कमल कुमार और भरत कुमार थे। इनमें से किशोरी लाल की पहले ही मौत हो चुकी थी। 10 जून को चाचा विश्वनाथ की मौत हो गई थी। पुरानी हवेली में उनका परिवार रहता है। 11 जून को चाचा विश्वनाथ की शोक सभा थी। पुरानी हवेली में पहले ताऊ किशोरी लाल की फोटो लगी हुई थी। जब उनका बेटा रामगोपाल हवेली में आया तो उसे अपने पिता की फोटो नहीं दिखी, जिससे वह नाराज हो गया। उसने चाचा गोकुलचंद पर हमला कर दिया। उन्हें बचाने आए मेरे पिता उमादत्त और चाचा भरत कुमार से भी मारपीट की। अनिल तोलासरिया ने बताया कि आरोपी रामगोपाल का सीकर में मेडिकल स्टोर है, जहां पर वह होलसेल का काम करता है।