झुंझुनूं। झुंझुनूं में एक बार फिर कुख्यात गैंगेस्टर संपत नेहरा और रोहित गोदारा के नाम से दहशत फैलाने की कोशिश की गई है। शहर के एक व्यक्ति से संपत नेहरा के नाम से एक करोड़ और रोहित गोदारा के गूर्गे के नाम से 50 लाख रूपए की फिरोती मांगी गई है। पैसा ना देने की सूरत में दो दिन बाद गोली से उड़ा देने की धमकी भी दी गई है। पीड़ित की रिपोर्ट पर कोतवाली में मामला दर्ज कर लिया गया है। जिसकी जांच पुलिस कर रही है। वहीं एसपी राजर्षि राज वर्मा खुद मामले की मॉनेटरिंग कर रही है। शहर के किसान कॉलोनी निवासी संदीप बलौदा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि उसे 19 मई को संपत्त नेहरा के नाम से एक व्हाट्स एप कॉल आया। जिसने दो दिन में एक करोड़ रूपए ना देने पर जान से मारने की धमकी दी है। इससे अगले दिन उसके पास वीरेंद्र चारण नाम से एक व्यक्ति का फोन आया।
उसने बताया कि वह रोहित गोदारा गैंग का सदस्य है। वीरेंद्र चारण ने भी पीड़ित संदीप बलौदा से 50 लाख रूपए की फिरौती मांगी। पैसा ना देने की सूरत में गोली से उड़ा देने की धमकी दी। पीड़ित संदीप बलौदा अपनी शिकायत लेकर और व्हाट्स एप कॉल की रिकॉर्डिंग लेकर एसपी राजर्षि राज वर्मा के पास पहुंचा। जिसने बताया कि झुंझुनूं शहर में रहने वाले अशोक ढूकिया ने उसके एक दोस्त को 13 मई को कहा था कि संदीप बलौदा यदि पैसा नहीं देगा तो उसके पास संपत नेहरा का फोन आएगा और पैसे देने पड़ेंगे। संदीप बलौदा की लिखित शिकायत के बाद रिपोर्ट के आधार पर रोहित गोदारा, संपत नेहरा, वीरेंद्र चारण, अशोक ढूकिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
एसपी बोले-फोन करने वाला संपत नहीं, किसी दूसरे की आवाज
एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि फिरौती मांगने वाले संपत नेहरा और रोहित गोदारा नहीं है। बल्कि स्थानीय आरोपियों ने भी उनके नाम का सहारा लिया है। एफआईआर दर्ज करने के बाद संदीप बलौदा की सुरक्षा भी बढा दी गई है। आपको बता दें कि करीब पांच साल पहले सितंबर 2019 में भी संदीप बलौदा के रीको स्थित फाइनेंस कार्यालय पर कुछ बदमाशों ने फायरिंग की थी। उस वक्त भी संदीप बलौदा से कुछ बदमाशों ने लॉरेंस विश्नोई के नाम से 50 लाख रूपए की फिरौती मांगी थी। बहरहाल, पुलिस पूरे मामले की पड़ताल में जुट गई है। मामले में एक—दो जनों को हिरासत में लेने की जानकारी भी मिली है।
एक गिरफ्तार, दूसरे के पास तक पहुंची पुलिस
इस मामले में एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने के बाद झुंझुनूं शहर के रहने वाले अशोक ढूकिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि अशोक ढूकिया ने ही चूरू के किसी व्यक्ति को संदीप बलौदा के नंबर दिए थे। जिसके बाद पुलिस चुरू के जिस व्यक्ति को अशोक ढूकिया ने नंबर दिए थे। उसके पास भी पहुंच गई है। दोनों से पूछताछ कर असली माजरा पूछा जाएगा।