खेतड़ी। रोडवेज डिपो परिसर में केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में रोडवेजकर्मियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध जताते हुए उन्हें किसान, मजदूर के लिए अहितकारी बताया। राजस्थान रोडवेज संयुक्त मोर्चा के बहादुर सिंह यादव ने बताया कि वर्तमान केन्द्र सरकार मेहनतकश जीवन यापन करने वाले लोगों पर नए नियम थोप कर उन्हें दबाने का प्रयास कर रही है। जब कोई भी केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करता है तो सरकार उनकी आवाज को दबाने में जुट जाती है। देश में पिछले 45 वर्षों से बेरोजगारी बढ़ रही है।
कारखानों को निजी हाथों में सौंप कर बेरोजगारी को बढ़ावा दिया जा रहा है। कर्मचारी संगठन पेंशन की समस्या को लेकर काफी समय से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने बुढ़ापे का सहारा मानी जाने वाली पेंशन को बंद कर कर्मचारियों के हितों पर कुठाराघात किया है। इसके अलावा केंद्र सरकार की ओर से श्रमिक कानून में बदलाव व चार श्रमिक कोड़ बनाकर शोषण के द्वार उद्योगपतियों के लिए खोल दिए गए। आज देश का किसान अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर आ गया है, लेकिन सरकार किसानों की समस्या का समाधान करने की बजाय उन्हें बलपूर्वक दबाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे सहन नहीं किया जाएगा।
इस दौरान उन्होंने किसान संघ के आह्वान पर महंगाई दर कम करने, मुफ्त शिक्षा एवं स्वास्थ्य अधिकार , न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए करने, किसानों को कर्ज मुक्त करने, किसानों को खाद बीज पर सब्सिडी देने, विधुत संशोधन अधिनियम वापस लेने की मांग की। उन्होंने बताया कि यदि केंद्र सरकार ने जल्द किसानों की समस्या का समाधान नहीं किया तो सरकार को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इस मौके पर रामानंद जांगिड़, छाजूराम यादव, बुधराम यादव, शीशराम लांबा, सुभाषचंद्र, विक्रम सिंह गुर्जर,उमराव सिंह, राजेश शर्मा, सूरजभान आर्य, बाबूलाल, भोमाराम, चंदगीराम, धन्नाराम, स्वरूप सिंह सहित अनेक लोग मौजूद थे।