झुंझुनूं। मौसम विभाग के इस बार तेज गर्मी पड़ने की आशंका जताने के बाद चिकित्सा विभाग ने अस्पतालों को अलर्ट जारी किया है। गर्मी के कारण लू तापघात के मरीजों की संख्या बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए अस्पतालों में कोविड की तर्ज पर हीट वेव मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाए जाएंगे। झुंझुनूं सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने सभी अस्पताल प्रभारियों को निर्देश दिए है कि वे कम से कम अपने अस्पताल में 30 प्रतिशत बेड्स रिजर्व रखें। जो हीट वेव या फिर हीट स्ट्राक के मरीजों के लिए काम आएंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा हर अस्पताल रिजर्व वार्ड में कूलर, हवा, वेंटिलेशन और रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए है। साथ ही साथ आईपीडी और ओपीडी में आने वाले हीट वेव और हीट स्ट्रॉक के मरीजों की नियमित मॉनेटरिंग की जाएगी।
आपको बता दें कि मौसम विभाग ने झुंझुनूं जिले में 3 मई से दिन व रात का तापमान बढ़ने की संभावना जताई है। जिसके चलते हीट वेव व हीट स्ट्रॉक के मरीजों की संख्या बीते सालों की तुलना में बढ़ने की संभावना है। विशेषज्ञों का कहना है कि मच्छरों के कारण से इस मौसम में मौसमी बीमारियां तो प्रभावी रहेंगी ही, साथ ही तापमान बढ़ने के कारण लू और डायरिया के साथ डिहाइड्रेशन के मरीज भी बढ़ेंगे। इधर, मौसम विभाग की माने तो 29 अप्रैल से ही तापमान में बढ़ोतरी शुरू हो जाएगा। दिन के साथ रात के पारे में भी उछाल आना शुरू हो जाएगा। इसमें 3 मई से 9 मई तक तेज गर्मी पड़ सकती है। पारा 40 डिग्री से उछलकर 45 डिग्री के पार पहुंच सकता है। इसके साथ 15 से 20 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली तेज गर्म हवा लू का अहसास कराएगी।
इसके साथ ही रात के पारे में भी उछाल आएगा। करीब एक सप्ताह तक गर्म हवाएं चलेंगी। इस दौरान दिन का तापमान 43 डिग्री व रात का तापमान 27 डिग्री के पास जा सकता है। करीब एक सप्ताह बाद नया हल्का विक्षोभ सक्रिय होगा। इसका असर दो से तीन दिन तक रहेगा। इसके बाद पांच मई से डेढ़ महीने तक गर्मी का असर बढ़ेगा। इस दौरान तापमान 45 से 47 तक पहुंच सकता है। तेज गर्मी का सेहत पर सीधा असर पड़ेगा। तापमान के 40 डिग्री से ज्यादा होने पर हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। तेज गर्मी के चलते लू, तापघात और डायरिया के साथ डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या दोगुनी से ज्यादा हो सकती है। इसको लेकर चिकित्सा विभाग ने कोरोना की तर्ज पर अस्पतालों में विशेष हीट वेव वार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं। इनमें केवल हीट वेव के मरीजों का ही इलाज किया जाएगा। इसमें मरीजों के लिए कूलर व पंखे के साथ मच्छरदानी की सुविधा भी रहेगी। इनके अलावा डायरिया, फूड पाइजनिंग, लू, तापघात, उल्टी-दस्त और डिहाइड्रेशन की दवा मांगी गई हैं। वहीं चिकित्सा विभाग ने इसके लिए एडवाइजरी भी जारी की है। जिसके तहत सभी से अपील की जा रही है कि वे गर्मी में बाहर निकलने से परहेज करें। जरूरी होने पर तौलिए का उपयोग करें। खाने-पीने में सावधानी रखें। बासी व बाहर के खाने से दूर रहे। पानी की कमी को दूर करने के लिए छाछ, लस्सी का प्रयोग करें। हर दिन 8 लीटर से ज्यादा पानी पीएं। बच्चों और बुजुर्ग धूप में ना निकले और एयर कंडीशनर के उपयोग के दौरान सावधानी बरते। गला सूखने, चक्कर आने, हाथ पैर में दर्द या बुखार की परेशानी होने पर नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें। इधर, डिप्टी सीएमएचओ हेल्थ डॉ. बीएल सर्वा ने बताया कि तेज गर्मी की संभावना को देखते हुए फ्रंट लाइन वर्करों को अलर्ट मोड में काम करने के निर्देश दिए है और अस्पतालों में तापघात डेडिकेटेड वार्ड बनाए गए हैं।