Thursday, February 13, 2025
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कोटा से हुआ इंडियन कोस्ट गार्ड की परीक्षा में फर्जीवाड़ा, जयपुर-शिमला तक सॉल्व किए पेपर

कोटा/झुंझुनूं। इंडियन कोस्ट गार्ड की परीक्षा सीजीपीईटी में फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड राजस्थान का एक कोचिंग संचालक है। पिछले महीने 20 और 21 अप्रैल को देशभर में नाविक की पोस्ट के लिए परीक्षा हुई थी। एग्जाम के करीब 9 दिन बाद कोटा में शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किए 6 आरोपियों से पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। इन्होंने ही झुंझुनूं के चिड़ावा में कोचिंग चला रहे मास्टरमाइंड की भी जानकारी दी। यह कोचिंग आर्मी के अलग-अलग एग्जामों की तैयारी करवाती है। आरोपी कोचिंग संचालक अभी फरार है। दरअसल, कोटा शहर के आईटी पार्क के पास पुलिस ने 30 अप्रैल को छह युवकों को शांतिभंग के आरोप में पकड़ा था। युवकों के मोबाइल की जांच में कई स्टूडेंट के परमिशन कार्ड मिले थे।

सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने सीजीईपीटी एग्जाम के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। मास्टरमाइंड कोचिंग संचालक ने पेपर सॉल्व, कंप्यूटर को रिमोर्ट एक्सेस पर लेने और अभ्यर्थियों के कंप्यूटर हैक करने के लिए अलग-अलग टीम लगा रखी थी। कोटा के विज्ञान नगर थाना पुलिस ने मामले में अशोक जाट (38) निवासी बांगड़वा थाना हमीरवास तहसील राजगढ़ (चूरू) और संदीप (29) बरालू थाना लोहारू भिवानी हरियाणा थे। इनके अलावा प्रतीक गजराज (24) निवासी पालोता थाना सिंघाना रणवीर सिंह (32) निवासी कांट थाना धनूरी, अशोक (29) निवासी गोपाल की ढाणी थाना पचेरी और राहुल जाखड़ (21) धमोरा थाना गुढ़ागौड़जी, झुंझुनूं को पकड़ा था। इस खेल का मास्टरमाइंड अमित भास्कर है, जो चिड़ावा में बौधायन एकेडमी नाम से कोचिंग सेंटर का मालिक है।

वह कोचिंग में कॉम्पिटिशन एग्जाम इंडियन आर्मी, इंडियन कोस्ट गार्ड, सिविल एग्जाम की तैयारी करवाता है। उसकी तलाश की जा रही है। कोटा की एएसपी और मामले की जांच अधिकारी नियति शर्मा ने बताया कि सभी आरोपी मास्टरमाइंड अमित भास्कर से पिछले दो साल से संपर्क में थे। गिरफ्तार आरोपी रणवीर अमित भास्कर की कोचिंग में फिजिक्स, अशोक मैथ्स, अशोक जाट जीके पढ़ाता है। एक आरोपी राहुल स्टूडेंट है जो कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रहा है। मास्टर माइंड ने पेपर सॉल्व करने के लिए कोटा के आईटी पार्क के पास स्थित कंप्यूटर लैब को किराए पर लिया था। हालांकि सीजीईपीटी का कोटा में सेंटर नहीं था। आरोपी युवकों ने यहां लैब में बैठकर पेपर सॉल्व किया था। आरोपियों ने बताया कि कंप्यूटर को हैक करने और लैब में कंप्यूटर को रिमोर्ट एक्सेस व ऐप डाउनलोड करने के लिए अलग टीम काम कर रही थी, जिनका काम के हिसाब से कमीशन सेट था। उनका पेपर सॉल्व करने का काम था। पुलिस पूछताछ में सामने आया बताया कि कोटा में बैठकर आरोपियों ने 30 अभ्यर्थियों के पेपर सॉल्व किए। जो अभ्यर्थी थे। उनका सेंटर जयपुर और शिमला आया था। पुलिस को यह भी अंदेशा है कि आरोपियों के गिरोह ने अन्य जगहों पर भी कंप्यूटर लैब किराए पर लेकर इसी तरीके से पेपर सॉल्व किए थे। पूरा खुलासा गिरोह के सरगना अमित भास्कर के पकड़ में आने के बाद ही होने की उम्मीद है।