चिड़ावा । एक तरफ झुंझुनूं जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल पीने के पानी की समस्या के समाधान के लिए खुद भी फिल्ड में जा रही है और पूरे प्रशासन को फिल्ड में लगा रखा है। लेकिन पीएचईडी के हालातों को देखें तो सारा जोश ठंडा पड़ जाता है। दरअसल गर्मी में पीने के पानी की समस्या के हालातों और पीएचईडी की तैयारियों को देखें तो जमीन-आसमान का अंतर है। एक तरफ कहीं से केबल जलने, कहीं से वॉल्व खराब होने, कहीं से पाइप टूटने और कहीं से मोटर जलने की शिकायतें आ रही है। तो वहीं इन सबको ठीक करवाने के लिए पीएचईडी के पास कोई सामान तक नहीं है। इस बात को लेकर सोमवार को झुंझुनूं के चिड़ावा में हुई साप्ताहिक समीक्षा बैठक में एसडीएम बृजेश कुमार ने पीएचईडी अधिकारियों को खरी खरी सुनाई। एसडीएम ने बताया कि रविवार को ही वे एईएन कार्यालय का दौरा करके आए थे। वहां पर स्टोर देखा तो खाली पड़ा था। वहां पर केबल, स्टार्टर, जीआई पाइप, नई मोटर, यहां तक की वॉल्व का स्टॉक जीरो था। जबकि गर्मी में पीने के पानी के लिए मारामारी मची हुई है। यही नहीं आठ खराब मोटरें ठीक करवाने के लिए दी गई है। जो कब तक ठीक होकर आएगी। यह जवाब भी अधिकारी नहीं दे पाए। उन्होंने कहा कि इस तरह के हालातों से समस्या और विकट हो रही है। बैठक में इसके अलावा मौसमी बीमारियों को देखते हुए अस्पतालों की व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश भी दिए गए।
नगरपालिका के सहयोग से पानी की टंकियां रखवाई जाएगी वार्डों में
चिड़ावा कस्बे में गर्मी के मौसम में बिगड़ती पेयजल व्यवस्था को सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में उपखंड कार्यालय में समस्या समाधान को लेकर बैठक रखी गई। जिसकी अध्यक्षता उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार ने की। बैठक में समस्या समाधान के लिए सुझाव लिए गए। जिसमें तय हुआ कि प्रभावित वार्डों में नगरपालिका के सहयोग से दो—दो हजार लीटर पानी की क्षमता वाली टंकियां रखवाई जाएगी। जिसमें पानी की आपूर्ति करने की जिमेदारी जलदाय विभाग की रहेगी। एसडीएम बृजेश कुमार ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर 15 स्थानों पर पानी की दो-दो हजार लीटर की टंकियां रखी जाएंगी। जिसके लिए नगरपालिका से सहयोग लिया जाएगा। पालिकाध्यक्ष सुमित्रा सैनी और अधिशाषी अधिकारी रोहित मील ने पेयजल समस्या को देखते हुए जलदाय विभाग का पूरा सहयोग देने की बात कही।
बैठक में जन समस्या को सुनने के लिए जलदाय विभाग में कंट्रोल स्थापित करने की भी जानकारी दी गई। जलदाय कार्यालय में कर्मचारियों की कमी के चलते शिक्षा विभाग से शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। कंट्रोल रूम प्रभारी शिक्षक समस्याओं को जलदाय विभाग के अधिकारियों तक पहुंचाएंगे। जिससे कि तत्काल समस्या का समाधान हो सके। जिसकी उपखंड अधिकारी भी नियमित रूप से मॉनिटरिंग करेंगे। बैठक में जलदाय विभाग के सहायक अभियंता अशोक पलसानिया, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी कैलाश सिंह कविया, सुशील सैनी आदि मौजूद थे। इससे पहले पेयजल समस्या के मध्यनजर उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार ने जल आपूर्ति व्यवस्था का जायजा लिया। जिसमें मिली खामियों को दूर करने के निर्देश दिए। जलदाय विभाग के सहायक अभियंता कार्यालय और स्टोर का भी निरीक्षण किया।