चौफूल्या में ड्राइवरों का धरना प्रदर्शन, 1 जनवरी को फिर होगा बड़ा विरोध प्रदर्शन
गुढ़ागौड़जी।
भारत सरकार ने वाहन चालकों के खिलाफ संसद में कानून पारित करने के विरोध में चौफूल्या चंवरा के भैंसलानी जोहड़ी में ड्राइवर ने अपनी गाड़ियों को रोक कर धरना प्रदर्शन किया। ड्राइवर के समर्थन में साथ देने के लिए आगे आए मानव कल्याण सेवा संस्थान के अध्यक्ष सुरेश मीणा किशोरपुरा ने कहा कि सरकार द्वारा बनाए गए कानून में ड्राइवरों के साथ सरासर ना इंसाफी की गई है। एक्सीडेंट के बाद लाखों का जुर्माना और 10 साल की सजा यह कानून गरीब और मजदूर के लिए सही नहीं है। गरीब ड्राइवर अपनी मानवता का भी परिचय देता है। क्योंकि जब किसी व्यक्ति का एक्सीडेंट हो जाता है। तब वह उसे तुरंत अस्पताल पहुंच जाता है। उसकी जिंदगी बचाता है। एक गरीब मजदूर अपनी 10 हजार की नौकरी करता है। उसे नया जीवन दान देता है। उसके बाद भी सरकार इस भोले भाले मजदूर ड्राइवर पर इतना कड़ा कानून लाई है। इसलिए आज हमने विरोध किया है। सुरेश मीणा किशोरपुरा ने कहा कि ड्राइवर ही एक ऐसा व्यक्ति है। जिसका कभी प्रमोशन नहीं होता व जवानी और बुढ़ापे तक अपनी एक ही पोस्ट पर रहता है ड्राइवर। सरकार वाहन चालकों पर ऐसा कानून को वापस लें। अन्यथा और अनिश्चित काल धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी। वाहन चालकों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि इस कानून के तहत हमारी रोजी-रोटी संकट में पड़ गई है यह हमारे साथ अन्याय है। हमारी बात भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तक पहुंचाएंगे। इस अवसर पर नरेश सैनी, महेश सैनी गुलाबपुरा, मनीराम सैनी ककराना, रमेश किशोरपुरा, वीरेंद्र जाट रामपुरा, संजू सैनी बबाई, भरत लाल, केशु गुलाबपुरा, केडी दीपपुरा, महेश, अशोक नेवरी, महबूब, प्रकाश, हेमराज सैनी दीपपुरा, इंद्राज, चौथमल, नरेश, राकेश आदि ड्राइवर उपस्थित थे।