Monday, May 12, 2025
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किसान आंदोलन के समर्थन में एसएफआई कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया

झुंझुनूं। छात्र संगठन एसएफआई के प्रदेश स्तरीय आह्वान के तहत एसएफआई जिला अध्यक्ष अनीश धायल के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका व शहीद हुए 24 वर्षीय किसान को श्रद्धांजलि देते हुए 2 मिनट का मौन धारण किया गया। एसएफआई के जिलाध्यक्ष अनीश धायल ने बताया कि 2021 में किसान आंदोलन के दौरान 700 किसानों की शहादत के बाद देश की मोदी सरकार ने जो किसानों से वादे किए थे। उन वादों को याद दिलाने के लिए देश के तमाम किसान संगठनों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया था। लेकिन इस बीजेपी सरकार ने सभी बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए बॉर्डरों को सील कर दिया गया और कीले बिछाए गए।

हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों पर लाठियां और आंसू गैस के गोले बरसाए जा रहे हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज गुर्जर ने बताया कि देश की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले किसान पर आंसू गैस के गोले बरसाए गए। गोदी मीडिया द्वारा किसानों के ट्रेक्टरों को ट्रेक्टर न बताकर टैंक बताकर आंदोलन को भ्रमित करने का काम किया जा रहा हैं। जबकि किसानों का आधार ही ट्रेक्टर होता है। प्रदेश संयुक्त सचिव सचिन चौपड़ा ने बताया कि किसान साथियों द्वारा 21 फरवरी 2024 को दिल्ली कूच का आह्वान था। भाजपा सरकार के कहने पर हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों पर गोलियां चलाकर कर एक 24 वर्ष का नौजवान किसान हकों के लिए संघर्ष करता हुआ शहादत को प्राप्त हुआ। तहसील महासचिव साहिल साहिल कुरैशी ने बताया कि हम भी किसान परिवार से आने वाले विद्यार्थी हैं।

अगर सरकार किसानों को प्रताड़ित करना बंद नहीं करती है। तो हम किसानों के साथ मिलकर इस देश की भाजपा सरकार को घुटनों के बल लाने का काम करेंगे। इस दौरान मोरारका कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कपिल चोपड़ा, छात्रसंघ अध्यक्ष पंकज डूडी, संयुक्त सचिव निकिता शर्मा, नेतराम कॉलेज संयुक्त सचिव टुनटुन खत्री, मोरारका कॉलेज कमेटी अध्यक्ष उपेंद्र सिंह, अमित शिशियां, शोएब मलसीसर, शाहिद, आदिल भाटी, आकिब, डीवाईएफआई महिपाल पूनियां, योगेश कटारिया, साबिर भाटी, किसान सभा से मदन यादव, एसएफआई के हरिराम जांगिड़, दीपक बागोरिया, संदीप झाझड़िया, पूजा बजाड़, मनीषा, भवानी गुर्जर, सोनू काजला, संदीप कुमार, अंकुश, हेमंत चावला, कृष्ण गढ़वाल, नवीन कुमार, हेमंत झाझड़िया, रवींद्र सिंह, अभिषेक नायक, हिमांशु नेहरा, मनीष बराला, अभिषेक आदि मोजूद रहे।

बड़ागांव नहर के धरने में आर पार की लड़ाई का निर्णय

बड़ागांव के कॉलेज स्टैंड पर धरना देते हुए किसान।

बड़ागांव। यमुना नहर के 1994 के केंद्रीय जल बोर्ड के निर्णय एवं डीपीआर की स्वीकृति व एमओयू पे हस्ताक्षर के लिए स्टेट हाईवे 37 कॉलेज स्टैंड पर धरना नौंवे दिन भी जारी रहा। धरने पर वक्ताओं ने हरियाणा पुलिस की फायरिंग में शहीद की शहादत को श्रद्धांजलि देकर न्यायिक जांच की मांग की गई तथा पूर्व राज्यपाल पर सत्यपाल मलिक पर सीबीआई छापे की किसानों ने निंदा की। देश का किसान मलिक के साथ खड़ा है। धरने में एक सुर से आर—पार की लड़ाई जारी रखने का फैसला किया गया तथा संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर 26 फरवरी को जिला मुख्यालय पर बड़ी संख्या में किसानों को पहुंचाने की अपील की गई।

साथ ही एक मार्च को गुढ़ागौड़जी तहसील का घेराव करने का आह्वान किया गया। धरने में प्यारेलाल झाझड़िया, अनवर हुसैन, प्यारेलाल भादू, देवसेना के प्रदेश सचिव धर्मपाल गुर्जर, हीरामल देव महाराज समिति के गुढ़ागौड़जी अध्यक्ष सुमेर धाभाई, देवसेना के नीमकाथाना मीडिया प्रभारी भरतरी गुर्जर, महावीर सिंह, देवसेना के संदीप गुर्जर, राजू गुर्जर, सुभाष कसाना, विकास गुर्जर, मनोज गुर्जर, मोहर सिंह गुर्जर, सांवरमल गुर्जर, मूलचंद ख्यालिया, इंद्राज सिंह, रघुवीर चौधरी, श्याम सिंह, धर्मपाल खेदड़, मोहरसिंह, समाजसेवी मातादीन शर्मा, सहीराम ब्यामल, टोडाराम मीणा सहित काफी संख्या में देवसेना पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

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