झुंझुनूं। शहर के अंबेडकर पार्क में यमुना जल महासंघर्ष समिति की बैठक कैलाश यादव की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में उपस्थित सभी महासंघर्ष समिति सदस्यों ने इस बात पर आक्रोश जाहिर किया कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान व हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रेस कांफ्रेंस में शेखावाटी के लोगों के लिए सिर्फ पीने के पानी के लिए एमओयू होने की घोषणा कर रहे थे। बाद में राजस्थान में राजनैतिक फायदे के लिए सिंचाई के पानी देने की शेखी बघार रहे हैं।
वर्ष 1994 के समझौते के समय निर्धारित पानी की मात्रा वर्तमान एमओयू में निर्धारित पानी की मात्रा से ज्यादा है। केंद्रीय मंत्री के बयानों में संपूर्ण शेखावाटी को शामिल कर क्षेत्रफल बढाने की बात हो रही है। महासंघर्ष समिति ने इस बात पर हैरानी जाहिर की कि सिर्फ एमओयू के होने पर ही जगह जगह मिठाइयां बांटना क्या संकेत देता है। यमुना जल महासंघर्ष समिति यमुना जल झुंझुनूं की धरती पर आने तक संघर्ष करता रहेगी। यमुना जल महासंघर्ष समिति 26 फरवरी को महिलाओं की बड़ी भागीदारी के साथ चिड़ावा तहसील पर सभा करेगी व एक मार्च को गुढागौड़जी तहसील पर सभा करेगी। केंद्रीय मंत्री के विरोधाभासी बयानों के कारण महासंघर्ष समिति आरटीआई के तहत यमुना जल पर राजस्थान व हरियाणा के बीच हुए एमओयू के दस्तावेज प्राप्त कर आगे की रणनीति करेगी।
महासंघर्ष समिति कामरेड फूलचंद ढेवा, कामरेड मदनसिंह यादव, कामरेड रामचंद्र कुलहरि, कैलाश यादव, कामरेड महिपाल पूनियां, सुमेर सिंह बुडानिया व गोकुलचंद सोनी की टीम विभिन्न संगठनों व दलों से संपर्क कर आंदोलन के लिए समर्थन मांगेगी। बैठक में गोकूलचंद सोनी, महिपाल पूनियां, कैलाश यादव, विजेंद्र कुलहरि, रामचंद्र कुलहरि, पोकरसिंह झाझड़िया, मदनसिंह यादव, चौधरी महताब सिंह, गिरधारीलाल महला, बजरंगलाल वकील, शीशराम कामरेड, फूलचंद ढेवा, शिवकुमार, फूलचंद बर्वर, पंकज गुर्जर, सुमेर सिंह बुडानिया, आशीष पचार, विजेंद्र लांबा, सचिन चोपड़ा, अनिश धायल, राजेश बिजारणिया, जयप्रकाश, बजरंगलाल बराला, जयपाल बसेरा, प्रेमसिंह नेहरा, एडवोकेट नरेश कुमार हमीनपुर, मूलचंद खरींटा, प्यारेलाल झाझड़िया, दयानंदसिंह, रामनिवास बेनीवाल, किशनलाल नायक व देवकीनंदन बसेरा शामिल थे।
बड़ागांव नहर आंदोलन को लेकर विधायक का समर्थन

बड़ागांव। यमुना जल समझौता 1994 को हुबहू लागू करने के लिए स्टेट हाइवे 37 कॉलेज स्टैंड बड़ागांव में पांचवें दिन भी जारी रहा। धरने को गति देने के लिए विधायक भगवानाराम सैनी ने आंदोलन को समर्थन दिया। विधायक ने कहा कि नहर हमारा हक है। हम लेकर रहेंगे। भाजपा की करनी और कथनी में फर्क है। महताब सिंह खरबास ने बताया कि धरना स्थल पर ज्यादा से ज्यादा लोग पहुंचने की अपील की है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व सरपंच विजयपाल भाटीवाड़, पूर्व सरपंच उदमीराम झाझड़िया, पूर्व तहसीलदार मंगलचंद सैनी, पूर्व जिला परिषद सदस्य राजीव गोरा ने की। सभा को युवा गुर्जर महासभा के अध्यक्ष नरेश खटाना, हीरामल देव महाराज समिति के अध्यक्ष सुमेर धाभाई, पूर्व सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग के बनवारीलाल दूधवाल, देवसेना के धर्मपाल गुर्जर, कुंभाराम किसान फाउंडेशन के प्यारेलाल चौधरी, महताब सिंह, मातादीन शर्मा, टोडाराम मीणा, श्यामसिंह मील, बाबूराम, महेश कुमार, मूलचंद ख्यालिया, दिलीप सिंह बोराण, पूर्व अध्यापक भागचंद खीचड़, राजेंद्र सिंह शेखावत, मूलचंद खरींटा, श्याम सिंह मील ने धरने को संबोधित किया।