झुंझुनूं। लाेकसभा चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर दल बदल का दौर शुरू हो चुका है। इस बार सर्वाधिक उठापठक कांग्रेस में नजर आ रही है। कांग्रेस के नेता पार्टी छाेड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। रविवार को जयपुर में हुए भाजपा के कार्यक्रम में जिले के तीन नेताओं ने कांग्रेस का साथ छाेड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। इनमें कांग्रेस सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष रहे नवलगढ़ के बड़वासी निवासी सुरेश चौधरी, उदयपुरवाटी नगरपालिका चेयरमैन एडवोकेट रामनिवास सैनी व पीसीसी सदस्य रहे पिलानी के बनगोठड़ी निवासी विनोद पूनिया शामिल हैं। तीनों नेताओं के कांग्रेस छोड़ने के अलग अलग कारण हैं, लेकिन मुख्य रूप से देखा जाए तो तीनों ने ही कांग्रेस में तवज्जो नहीं मिलने की बात कही है। उदयपुरवाटी चेयरमैन रामनिवास सैनी ने भाजपा राज में किसी तरह की दिक्कतों से बचने के लिए पार्टी जॉइन की है। उन्होंने खुद ने स्वीकार भी किया है, कि जब से सरकार बदली है। उन्हें नोटिस दिए जा रहे हैं। शहर का विकास कार्य ठप पड़ा है। इसलिए भाजपा जॉइन कर शहर का विकास करवाना है।
सुरेश चौधरी : सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष रहे, नवलगढ़ से टिकट भी मांगा था

नवलगढ़ के बड़वासी निवासी सुरेश चाैधरी लंबे समय तक कांग्रेस में रहे। वे सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। 2018 में उन्हाेंने नवलगढ़ विधानसभा से टिकट दावेदारी जताई थी। हालांकि उन्हें टिकट नहीं मिला। सुरेश चाैधरी प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रहकर सेवादल के कार्यक्रमाें के माध्यम से कांग्रेस काे मजबूती दे रहे थे।
विनोद पूनिया : सूरजगढ़ विधानसभा सीट से टिकट मांगा था, नहीं मिला

पिलानी इलाके के बनगाेठड़ी निवासी विनाेद पूनिया पीसीसी मेंबर थे। वे कांग्रेस में छात्र राजनीति के समय से ही एनएसयूअाई के प्रदेश महामंत्री, यूथ कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष समेत विभिन्न पदाें पर रह चुके हैं। कांग्रेस के यूपी व गुजरात, पंजाब के पर्यवेक्षक रह चुके हैं। विधानसभा चुनाव में सूरजगढ़ से पार्टी टिकट मांगा था। उनकी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक सीधी पहुंच थी।
रामनिवास सैनी : उदयपुरवाटी नगरपालिका के चेयरमैन

शहर का विकास करवाने के लिए सरकार का साथ जरुरी है। नगर पालिका में कई पद रिक्त होने से कोई काम नहीं हो रहा है। दूसरी तरफ भाजपा से जुड़े कुछ लोग बार-बार नोटिस भिजवाकर परेशान कर रहे थे। मैं पहले भी भाजपा में रहा हूं और भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ अच्छे संपर्क हैं। इसलिए मैने वापस भाजपा जाॅइन कर ली।
पिछले साल भी कांग्रेस के दाे नेताओं ने छाेड़ी थी पार्टी
पिछले साल भी कांग्रेस के दाे बड़े नेताओं ने पार्टी छाेड़ी थी। इनमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव रहे विजेंद्र सिंह इंद्रपुरा कांग्रेस छाेड़कर भाजपा में शामिल हाे गए। जबकि अशाेक गहलाेत सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र सिंह गुढ़ा कांग्रेस छाेड़कर शिवसेना शिंदे में शामिल हाे गए थे।