झुंझुनूं। डिस्कॉम के अधिकारी कलेक्टर के आदेशों की परवाह नहीं कर रहे हैं। कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने पिछले सप्ताह ही डिस्कॉम अधिकारियों से कहा था कि बिजली बकाया होने पर जल स्रोतों के कनेक्शन काटने से पहले सक्षम अधिकारी से अनुमति लेना। क्योंकि यह जनहित का मामला है। लोग पानी के लिए परेशान नहीं होने चाहिए। इसके बावजूद डिस्कॉम के बिसाऊ एईएन ने बिसाऊ, गांगियासर व निराधनु पंप हाउस के कनेक्शन काट दिए। इस कारण पिछले दो दिन से इन तीनों गांवों के करीब पांच हजार से ज्यादा घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है। मजे की बात तो यह है कि पीएचईडी का कोई करंट बिल बकाया नहीं है। डिस्काॅम जो बकाया बता रहा है वह तीन साल का फ्यूल चार्ज है। बकाया फ्यूल सरचार्ज जमा नहीं कराने पर डिस्काॅम ने सोमवार को पीएचईडी के बिसाऊ समेत तीन पंप हाउस के कनेक्शन काट दिए। इससे अाधे बिसाऊ कस्बे समेत निराधनू व गांगियासर के करीब 5 हजार घरों में सोमवार को पानी नहीं पहुंचा।
सरकारी विभागाें की लड़ाई, खामियाजा जनता भुगत रही
कनेक्शन काट देने के कारण बिसाऊ, गांगियासर, निराधनू के पांच हजार घरों में दाे दिन से पेयजल सप्लाई नहीं हो पाई। बिसाऊ पंप हाउस से करीब दो हजार उपभोक्ता जुड़े हैं। इसी तरह निराधनू व गांगियासर में करीब तीन हजार कनेक्शन हैं। बिसाऊ जलदाय विभाग पर फ्यूल सरचार्ज की सिर्फ 6 लाख 12 हजार 471 रुपए की राशि बकाया है। डिस्कॉम के सहायक अभियन्ता अरविंद झाझड़िया का कहना है कि बिसाऊ सहित 42 गांवों में पीएचईडी पर फ्यूल सरचार्ज के वित्तीय वर्ष 2021, 22 व 2023 जून माह तक 21 लाख 38 हजार रुपए बकाया है। बकाया राशि जमा करवाने के लिए पीएचईडी को 6 बार नोटिस दे दिए। 10 दिन पहले रिमाइंडर भी किया। इसलिए बकाया जमा नहीं करवाने पर 26 फरवरी को बिसाऊ समेत गांगियासर, निराधनू के पंप हाउसों के बिजली कनेक्शन काटे थे।
करंट बिल बकाया नहीं, बिना सूचना के कनेक्शन काटा : पीएचईडी
पीएचईडी एसई शरद माथुर का कहना है कि कनेक्शन काटने की जानकारी मिली है। कलेक्टर व डिस्कॉम एसई से मिलकर बकाया राशि को लेकर चर्चा की जाएगी और कनेक्शन जुड़वाएंगे। बिसाऊ के सहायक प्रशासनिक अधिकारी हरफूल सिंह का कहना है कि डिस्काॅम ने बिना सूचना व नोटिस दिए ही कनेक्शन काट दिए, जबकि विभाग का करंट बिल एक भी बकाया नहीं है। फ्यूल चार्ज की बकाया राशि विभाग किस्ताें में जमा करवाने का प्रयास कर रहा था। पार्षद परमेश्वरलाल प्रजापत का कहना है कि इन दाे महकमाें के बीच तालमेल नहीं हाेने की सजा जनता क्याें भुगते।