झुंझुनूं। बैशाख पूर्णिमा के साथ ही जिलेभर में वन्यजीवों की गणना शुरू हो गई है। सुबह आठ बजे से शुरू हुई गणना को लेकर वन विभाग की ओर से पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं। वन विभाग के डीएफओ बीएल नेहरा एवं एसीएफ श्रवण कुमार झाझड़िया इसको लेकर विभिन्न स्थानों के लिए टीमें गठित कर दी है। कंजर्वेशन रिजर्व घोषित बीड़ वन क्षेत्र में भी वन्यजीवों की गणना जारी है। बीड़ में वन्यजीवों की गणना में लगी महिला वनकर्मी लक्ष्मी और सुलोचना गुर्जर ड्यूटी के साथ मातृत्व धर्म भी निभाती नजर आई। आग उगलती इस भीषण गर्मी में जहां एक ओर बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। वहीं दूसरी ओर यह महिला वनकर्मी अपने छोटे बच्चों के साथ पेड़ों के नीचे खड़े होकर वन्यजीवों की निगरानी में तैनात हैं। लू के थपेड़ों के बीच बच्चें को गोद में लेकर खड़ी महिला वनकर्मी लक्ष्मी और सुलोचना गुर्जर का कहना है कि मां का जितना प्रेम बच्चे से होता है उतना ही प्रेम प्रकृति से भी रखना चाहिए। क्योंकि प्रकृति है तो हम इस खुले वातावरण में सांस ले सकते हैं। सहायक वनपाल दिनेश कुमार ने बताया कि वन्यजीवों की गणना को लेकर बीड़ में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। गर्मी को देखते हुए सभी वाटर बॉडिज को पानी से लबालब भरा गया है। उन्होंने बताया कि बीड़ में 13 वाटर बॉडिज पर करीब दो दर्जन से अधिक वनकर्मी वन्यजीवों की गणना में तैनात किए गए हैं। कुछ वाटर बॉडिज जहां वन्यजीवों का आगमन ज्यादा होता है वहां ट्रेप कैमरे भी लगाए गए हैं। करीब दो साल पहले हिरणों की शरणस्थली बने झुंझुनूं बीड़ में इस बार हिरणों की संख्या में भी बढ़ोतरी होने की संभावना देखी जा रही हैं।
वन विभाग के अधिकारियों ने किया सैल्यूट
महिला वनकर्मी सुलोचना गुर्जर और लक्ष्मी के इस जज्बे को देख वन विभाग के अधिकारियों ने भी सैल्यूट किया हैं। झुंझुनूं उपवन संरक्षक बीएल नेहरा और सहायक वन संरक्षक श्रवण झाझड़िया का कहना है कि प्रकृति से ऐसा लगाव देखकर बड़ी खुशी होती है और मातृ-शक्तियों के इस हौसले को सैल्यूट करते हैं।