झुंझुनूं। युवा आईपीएस राजर्षि राज वर्मा ने सोमवार देर शाम को झुंझुनूं एसपी के पद पर ज्वाइन किया। झुंझुनूं पहुंचते ही सिकाउ यूनिट के प्रभारी एएसपी लादूराम मीणा, सीओ सिटी शंकरलाल छाबा, शहर कोतवाल पवन चौबे और प्रशासनिक अधिकारी एसपी पीए अशोक शर्मा ने राजर्षि राज वर्मा का स्वागत किया। इस मौके पर राजर्षि राज वर्मा ने कहा कि झुंझुनूं को लेकर उन्होंने पॉजीटिव चीजें सुनी है। एजुकेशन हब के रूप में झुंझुनूं की पहचान है।
वहीं पूरे देश में अलग—अलग फिल्ड में यहां के लोग नाम रोशन कर रहे है। बात चाहे आर्मी की हो या फिर सिविल सर्विसेज की। उन्होंने कहा कि बात पुलिसिंग की है तो थानेवाइज जाकर ना केवल पुलिस अधिकारियों से बात करेंगे। बल्कि आमजन से बात करेंगे। बेहतर पुलिसिंग की योजना बनाकर उसका क्रियान्वयन किया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बीट प्रणाली को प्रभावी बनाने के लिए सभी प्रयास करेंगे। क्योंकि बीट पुलिस की बेक बोन है, फाउंडेशन है। यदि बीट प्रणाली प्रभावी रूप से काम करें और मजबूत सिस्टम हो तो अपराध नियंत्रण में सहयोग मिलता है। तो वहीं अपराध होने के बाद भी उसके खुलासे में सहयोग मिलता है।
उन्होंने कहा कि पुलिस का आसूचना तंत्र बीट से आता है। जिससे कानून व्यवस्था को मजबूत बनाया जा सकता है। मजबूत कानून व्यवस्था से अपराध नियंत्रण होता है। उन्होंने बताया कि टोंक में भी इस पर फोकस था और बीट को मजबूत करने पर काफी हद तक कामयाब भी रहे।
हरियाणा बॉर्डर के करेंगे दौरा, तस्करी रोकेंगे
इस मौके पर राजर्षि राज वर्मा ने कहा कि झुंझुनूं हरियाणा बॉर्डर से साथ लगता जिला है। इंटर बॉर्डर जिलों की अपनी समस्याएं होती है। जिसमें तस्करी प्रमुख है। इसलिए वे खुद हरियाणा बॉर्डर के दौरा करेंगे। बॉर्डर को किस तरह मजबूत किया जा सकता है। इसकी ना केवल योजना बनाएंगे। बल्कि प्रभावी क्रियान्वयन भी करेंगे। वहीं लोकसभा चुनावों को लेकर उन्होंने कहा कि हाल ही में पुलिस ने विधानसभा चुनाव करवाए है। ऐसे में चुनाव के प्रोटोकॉल और एसपीओ से काफी हद तक अवगत है। फिर भी वे आश्वस्त करना चाहते है कि झुंझुनूं में लोकसभा चुनाव शांति से, फ्री और फेयर होंगे।
टोंक में अच्छा था टीम वर्क, अनुभव का फायदा मिलेगा
इस मौके पर राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि झुंझुनूं कलेक्टर चिन्मयी गोपाल के साथ उन्होंने टोंक में भी काम किया था। टोंक में पुलिस और प्रशासन की टीम ने मिलकर काफी अच्छा काम किया। जो लोगों द्वारा भी सराहा गया। टोंक के अनुभवों का यहां फायदा मिलेगा। यहां पर भी पुलिस और प्रशासन मिलकर ना केवल अच्छा काम करेंगे। बल्कि लोगों को भी इसका फायदा मिले। यह सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस की प्राथमिकता आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय होता है। यह सिर्फ शब्दों में नहीं, बल्कि ऐसा माहौल और आमजन के मन में भी विश्वास पैदा करेंगे। साथ ही जनसुनवाई के कार्यक्रम भी किए जाएंगे। ताकि लोगों की समस्याओं को जानकर उनका समाधान किया जा सके।