Thursday, February 13, 2025
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एक नर्सिंग आफिसर पूरे चिकित्सा विभाग पर भारी! मनमर्जी से आता है ड्यूटी पर, विभाग दिख रहा लाचार

चिड़ावा। झुंझुनूं में चिकित्सा विभाग का एक मेल नर्स ना केवल पूरे चिकित्सा विभाग पर भारी है। बल्कि खुद चिकित्सा विभाग भी इस मेल नर्स के भारी दबाव में है। जिसके कारण कार्रवाई करने की बजाय कारनामों को छुपाने की कोशिश करने में चिकित्सा विभाग के अधिकारी लगे हुए है। बात झुंझुनूं जिले के चिड़ावा उपखंड के जखोड़ा गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नर्सिंग आफिसर के पद पर कार्यरत मेल नर्स हरिसिंह पायल की है। जी, हां 27 अप्रेल को चिड़ावा एसडीएम बृजेश कुमार ने जब जखोड़ा पीएचसी का निरीक्षण किया। तो मेल नर्स हरिसिंह पायल चार दिनों से बिना बताए छुट्टी पर था। जब एसडीएम ने मामले की जांच पड़ताल की तो सामने आया कि मेल नर्स हरिसिंह पायल चिड़ावा में अपना निजी अस्पताल पायल हॉस्पिटल का संचालन करता है और अकसर ड्यूटी से नदारद ही रहता है।

एसडीएम ने इस मामले को गंभीरता से लिया तो चिकित्सा विभाग भी जागा। चिड़ावा बीसीएमओ डॉ. तेजपाल कटेवा भी जब सोमवार को सुबह जांच के लिए पहुंचे तो मेल नर्स हरिसिंह पायल गायब मिला। लेकिन जखोड़ा पीएचसी का निरीक्षण किया जा रहा था तो मेल नर्स हरिसिंह पायल आ गया। डॉ. कटेवा अन्य जगहों पर जाने के बाद वापिस पीएचसी आए तो मेल नर्स ने राठौड़ी से ना केवल देरी से आने के बावजूद हाजिरी रजिस्टर में साइन किए। बल्कि साइन करने के बाद वापिस गायब हो गया। अब इस मामले में डॉ. तेजपाल कटेवा ने नर्सिंग आफिसर हरिसिंह पायल को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा है। हालांकि एक नोटिस 25 अप्रेल को भी दिया गया था। लेकिन हरिसिंह पायल ने उस नोटिस का भी जवाब समय बीत जाने के बाद भी आज तक नहीं दिया है।

इधर, हरिसिंह पायल के इस प्रकरण को लेकर जिले के प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा भी काफी गंभीर है। उन्होंने सोमवार को अधिकारियों की बैठक में इस मामले को उठाया। तो सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने लीपापोती करने की कोशिश की बताई। तो प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा ने सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी को फटकार लगाई और साफ शब्दों में कहा कि आप उसे बचाने की कोशिश मत करो। आपको बता दें कि पहले भी कई बार पायल हॉस्पिटल की शिकायतें चिकित्सा विभाग के पास पहुंची है। लेकिन हर बार चिकित्सा विभाग शिकायतों को दबा देता है। जिससे चिकित्सा विभाग की मंशा पर सवाल उठ रहे है। चर्चा तो यहां तक है कि इस हॉस्पिटल में सरकारी अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सक धड़ल्ले से अपनी प्रेक्टिस कर रहे है और विभाग आंखों पर पट्टी बांधकर बैठा है। अब देखने वाली बात यह होगी कि बार—बार उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना और प्रभारी सचिव डॉ. समित शर्मा की फटकार के बाद भी चिकित्सा विभाग इस दबंग मेल नर्स के खिलाफ कदम उठा पाएगा या फिर मूक दर्शक बनकर सिर्फ तमाशा ही देखेगा।

बीसीएमओ कार्यालय का कर्मचारी बोला, वीआरएस ले लो
जखोड़ा गांव की पीएचसी में जब बीसीएमओ डॉ. तेजपाल कटेवा पहुंचे। तो उनके साथ बीसीएमओ कार्यालय के कर्मचारी भी थे। एक वीडियो में सामने आया कि डॉ. कटेवा ने मेल नर्स हरिसिंह पायल को आने-जाने की पूछने की बजाय। बस खड़े इधर-उधर की बातें करते रहे। जैसे ही डॉ. कटेवा दूसरे कमरे की तरफ गए। बीसीएमओ कार्यालय का कर्मचारी हरिसिंह पायल के पास पहुंचा और कहा कि आप वीआरएस ले लो। हरिसिंह पायल भी इस वीडियो में हंसता-मुस्कुराता हुआ दिखाई दिया। जैसे लग रहा है कि उसे किसी बात का कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा।