Thursday, February 13, 2025
spot_imgspot_img

Top 5 This Week

spot_img

Related Posts

एकीकृत राजपूत परिवाराें की नहीं सुनी तो लोकसभा चुनाव में पार्टियों की भी नहीं सुनेंगे

झुंझुनूं। लोकसभा चुनावों में सीकर, चूरू, झुंझुनूं और नागौर में एक जाति विशेष के अलावा एकीकृत राजपूत परिवार के सदस्यों को टिकट देने समेत आठ मांगों को लेकर क्षत्रीय अधिकार महारैली का आयोजन 10 मार्च को झुंझुनूं में होगा। शनिवार को शार्दुल छात्रावास में इस रैली की तैयारियों को लेकर बैठक हुई। जिसे रैली के संयोजक इंजीनियर महावीर सिंह ने संबोधित किया। इस मौके पर इंजीनियर महावीर सिंह ने बताया कि पहली बार एकीकृत राजपूत परिवारों की संयुक्त महारैली होगी। जिसमें मूल राजपूत, चाहे वो राजपूत हो या फिर कायमखानी। या फिर रावणा राजपूत, चारण राजपूत तथा राजपुरोहित हो। सभी को शामिल किया गया है।

उन्होंने बताया कि वे दोनों प्रमुख पार्टियों के सामने अपनी आठ मांग रखेंगे। जिसमें सीकर, चूरू, झुंझुनूं और नागौर में लोकसभा चुनावों की टिकटें एकीकृत राजपूत परिवार के प्रतिनिधि को देने की मांग की जाएगी। इसके अलावा ईडब्लूएस का आरक्षण 10 से बढाकर 14 प्रतिशत करने, भवन भूमि आदि शर्तें हटाने, पुलिस थानों में 20 प्रतिशत आरक्षण देने, शहरी—पंचायतीराज निकाय की सीटों में आरक्षण का लाभ देने के अलावा एकीकृत राजपूत के विशिष्ट जन पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, वीपीसिंह, पूर्व उप राष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत, हाईफा हीरो दलपत सिंह तथा पूर्व मंत्री व वीर चक्र प्राप्त अयूब खान को भारत रत्न देने की मांग की जाएगी।

उन्होंने बताया कि इस अधिकार रैली में ना केवल राजस्थान, बल्कि पूरे देश से लोग आएंगे और अपनी बात रखेंगे। इस मौके पर कायमखानी समाज से कर्नन शौकत समेत अन्य मौजूद थे।

क्या कहा पत्रकार वार्ता में

इससे पहले पत्रकार वार्ता में रैली संयोजक इंजीनियर महावीरसिंह ने कहा कि दोनों प्रमुख पार्टियों के समक्ष मांग रखेंगे। दोनों पार्टियां एकीकृत राजपूत परिवारों की मांग नहीं सुनेंगी तो लोकसभा चुनाव में परिवार दोनों दलाें की भी नहीं सुनेंगे। राजस्थान में एकीकृत राजपूत परिवारों ने भाजपा को खुलकर समर्थन दिया। अब हमारी अपेक्षा पूरी नहीं हुई तो विरोध भी किया जाएगा।