झुंझुनूं। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत ईलाज के जरूरी आयुष्मान कार्ड बनाने में जिले ने रिकॉर्ड सफलता प्राप्त की है। जिले में 6 लाख 94 हजार 483 आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य था जिसके अनुसरण में चिकित्सा विभाग की टीम ने सोमवार तक 6 लाख एक हजार 760 का आंकड़ा हासिल कर लिया। सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने बताया कि यह जिले को आवंटित लक्ष्य का 86.64 प्रतिशत है जो प्रदेश में सर्वाधिक है। झुंझुनूं के इस उत्कृष्ट कार्य की जिला कलेक्टर और मिशन निदेशक भी तारीफ कर चुके हैं। वही प्रदेश में 67.77 प्रतिशत कवरेज के साथ झालावाड़ दूसरे व 66.42 प्रतिशत कवरेज के साथ भीलवाड़ा तीसरे नंबर है।
प्रदेश में कार्ड बनाने में ये हैं टॉप पांच जिले
प्रदेश में झुंझुनूं जिला लक्ष्य का 86 फीसदी कार्ड बनाकर सबसे टॉप पर है। 68 फीसदी के साथ झालावाड़ दूसरे व मामूली अंतर से भीलवाड़ा तीसरे स्थान पर है। 66 फीसदी लक्ष्य हासिल कर टोंक चौथे व 61% के साथ हनुमानगढ़ पांचवें स्थान पर है।
प्रदेश में सबसे फिसड्डी पांच जिले
प्रदेश में कार्ड बनाने के मामले में डूंगरपुर जिला फिसड्डी है। यानी 33वें नंबर पर है। यहां लक्ष्य के 44% ही कार्ड बनाए गए हैं। 45% कार्ड बनाकर अलवर 32वें नंबर पर है। 46% बनाकर जैसलमेर 31वें, चूरू जिला 30वें और 47% कार्ड बनाकर बाड़मेर जिला 29वें नंबर पर चल रहा है।
घर बैठे बना सकेंगे कार्ड
आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए पात्र व्यक्ति को लाइन लगने की जरूरत नहीं होगी। वह घर बैठे ही ऐप से कार्ड बना सकेंगे। अपने मोबाइल पर पीएमजेएवाई एप डाउनलोड कर खुद ही आयुष्मान कार्ड बना सकेंगे। जिले में अभी वर्ष 2011 की सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना में शामिल छह लाख 94 हजार 473 आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके तहत पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड विकसित भारत संकल्प यात्रा में कार्यरत चिकित्सकीय स्टाफ, आशा एवं एएनएम की ओर से बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा कार्य को गति देने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अन्य कार्मिकों का भी सहयोग लिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार योजना के तहत जिले में अभी तक 6 लाख 1 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं।
5 लाख तक के निःशुल्क इलाज की सुविधा
योजना के तहत पात्र परिवार के प्रत्येक सदस्य का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। वहीं, इस योजना में पंजीकृत परिवार के सदस्यों को देश भर के चिन्हित सरकारी व निजी अस्पतालों में अभी तक 5 लाख रुपए तक के निःशुल्क इलाज का प्रावधान है। इसमें कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, डायलिसिस एवं मोतियाबिंद सहित अन्य चिन्हित गंभीर बीमारियों को शामिल किया गया है।
ऐसे बनाएं अपना आयुष्मान कार्ड
प्ले स्टोर से पीएमजेएवाई एप डाउनलोड करने के बाद उसमें लॉगिन पर क्लिक करें। बेनीफिशरी पर क्लिक करें, अपना मोबाइल नंबर लिखकर वेरीफाई पर क्लिक करें। मोबाइल में आए ओटीपी को लिखें एवं मोबाइल स्क्रीन के नीचे लिखा कैपचा भी लिखें। इसके बाद आई स्क्रीन में मांगी गई जानकारी लिखें। यदि आप इस योजना के लिए पंजीकृत नहीं हैं, तो इसका मैसेज स्क्रीन पर आ जाएगा और यदि पात्र हैं तो ही अगली स्क्रीन पर जाएंगे।
अगली स्क्रीन पर पहचान कार्ड में पंजीकृत परिवार के सभी सदस्यों का नाम आ जाएगा। इनमें जिस भी व्यक्ति का रजिस्ट्रेशन किया जाना है, उन्हें नारंगी रंग में लिखा गया है। उसके सामने लिखे हुए डू ई-केवाईसी पर क्लिक करें।
उसके बाद ऑथोराइजेशन के लिए आधार ओटीपी पर क्लिक करें और साथ ही लाभार्थी आधार का ओटीपी लिखें एवं ओके करें। मोबाइल स्क्रीन पर एक प्रमाणीकरण संदेश आएगा कि आपने परिवार दौरान के रूप में सफलतापूर्वक प्रमाणीकरण कर लिया है।
ई-केवाईसी पूर्ण होने के बाद नारंगी रंग में जो नाम था वह हरे रंग में बदल जाएगा। इसके बाद आयुष्मान कार्ड को डाउनलोड कर सकते हैं।