बिसाऊ । आखिर बिसाऊ नगरपालिका को बिजली निगम में तीन लाख रुपए जमा कराने पड़े। इसके बाद ही कस्बे की बंद पड़ी सात हाईमास्ट लाइटों के कनेक्शन जोड़े गए। बता दें कि अरबन सेस की राशि को लेकर नगरपालिका व डिस्कॉम के बीच एक सप्ताह से विवाद चल रहा था। स्ट्रीट लाइट के 42 लाख रुपए बकाया होने पर बिजली निगम ने कस्बे की सात हाईमास्ट लाइटों के कनेक्शन काट दिए थे। ऐसे में करीब एक सप्ताह से कस्बे की सड़कों व चौराहों पर अंधेरा छाया हुआ था। लेकिन गुरुवार को पालिका द्वारा बकाया में से 3 लाख की राशि जमा करने के साथ एक सप्ताह से चल रहा विवाद खत्म हो गया। डिस्काॅम ने काटे गए सात हाईमास्ट लाइटों के बिजली कनेक्शन वापस जोड़ दिए।
इससे पहले बुधवार को ईओ द्वारका प्रसाद ने डिस्कॉम के एईएन को चेतावनी पत्र भेज कर कहा था कि स्ट्रीट लाइट के बिजली बिलों की बकाया राशि जमा नहीं कराने पर हाईमास्ट लाइटों के कनेक्शन काटना सरासर गलत है। होली का त्योहार होने व लोकसभा चुनाव की आचार संहिता को देखते हुए अन्य स्ट्रीट लाइटों के कनेक्शन नहीं काटे जाएं अगर अन्य स्ट्रीट लाइटों के कनेक्शन काट दिए तो कस्बे में अंधेरे का फायदा उठाकर कोई अप्रिय घटना व वारदात होती है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी डिस्कॉम की होगी। इस पर डिस्काम के अधिकारियों ने पालिका अध्यक्ष मुश्ताक खान से इस विवाद को खत्म करने के लिए बीच का रास्ता निकालने पर चर्चा की। पालिका द्वारा 3 लाख का चेक जमा करवाया गया।
पालिका ईओ द्वारका प्रसाद का कहना है कि डिस्काम हमारे स्ट्रीट लाइट की कोई भी बकाया राशि नहीं मांगता है। पालिका ही डिस्काॅम के 22 लाख 56 हजार रुपए मांग रही है। लेकिन डिस्काॅम की हठधर्मिता के कारण जनहित और होली के त्यौहार को देखते हुए पालिका ने तीन लाख का चेक जमा कराया है। डिस्काॅम के जेईएन अमित वर्मा का कहना है कि नगर पालिका ने स्ट्रीट लाइट के बकाया 42 लाख में 3 लाख की राशि जमा करवाई है। बाकी राशि 7 दिन में जमा करवाने का आश्वासन दिया है। इस पर उच्च अधिकारियों के निर्देश पर सात हाई मास्ट लाइट के काटे गए कनेक्शन को जोड़ा गया है।