झुंझुनूं। श्री राम जन्मभूमि मंदिर से पूजित होकर आए पीले चावलों के द्वारा घर-घर जाकर राम भक्तों के द्वारा निमंत्रण देने के कार्य का शुभारंभ झुंझुनूं नगर की वाल्मिकी बस्ती से किया गया। राम भक्तों के निमंत्रण देने के लिए बस्ती में पहुंचने पर वाल्मिकी बस्ती के निवासियों ने तिलकार्चन कर तथा पुष्प वर्षा कर निमंत्रण देने पधारे राम भक्तों का स्वागत किया तथा महर्षि वाल्मिकी जी के चित्र के समक्ष पुष्पार्चन कर निमंत्रण कार्य का प्रारंभ किया गया। इस अवसर पर बस्ती की महिलाओं ने मंगल गीत गाकर इस शुभ घड़ी के प्रति अपना उत्साह प्रकट किया तथा बस्ती वासियों ने सभी का मिठाई खिलाकर मुंह मीठा किया। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण आनन्दोत्सव समिति के जिला संयोजक योगेंद्र सिंह सैनी ने इस अवसर पर कहा कि महर्षि वाल्मिकी जी ने रामायण लिखकर भगवान राम का इस दुनिया से परिचय करवाया था। इसलिए भगवान राम के जीवन को लिखने वाले महर्षि वाल्मिकी के सच्चे अनुयायियों की इस बस्ती से झुंझुनूं जिले में पीले अक्षतों से निमंत्रण कार्य का प्रारंभ वाल्मिकी बस्ती से किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि बस्ती निवासियों द्वारा जो स्वागत हम सभी का किया गया है वह राम भक्तों के उत्साह में अत्यधिक वृद्धि करने वाला तथा समाज में सकारात्मकता को बढ़ावा देने वाला है। इस अवसर पर आरएसएस के जिला प्रचारक अक्षय कुमार, नगर बौद्धिक प्रमुख रविंद्र कुमार, दिलीप हठवाल, विजेंद्र हठवाल, विनोद चांवरिया, राधेश्याम, पूरणमल, शिवकुमार, महेंद्र चांवरिया, लक्ष्मीकांत डूलगच आदि उपस्थित थे।
चूड़ी अजीतगढ़ में पीले चावल वितरण कार्यक्रम हुआ

मुकुंदगढ़। निकटवर्ती ग्राम चूड़ी अजीतगढ़ में पीले चावल वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। घर घर में जाके अक्षत वितरण करने के साथ साथ 22 जनवरी 2024 को हर घर दीपावली की तरह मनाया जाए का संदेश दिया गया। इस वितरण कार्यक्रम में मुरारीलाल सिंघानिया, कृष्ण सिंह शेखावत, घनश्याम शर्मा, बजरंग सिंह, ओम प्रकाश चोटिया, दिनेश शर्मा, दिनेश टेलर, साहिल कुमावत, मोहित शर्मा, राकेश, शिवा, कमलेश, संदीप, पंकज, गोविंद, बहुत बड़ी संख्या में राम भक्त शामिल रहे।
कलश यात्रा के साथ नानी बाई रो मायरो शुरू

कोलसिया। कोलसिया में सोमवार को श्री श्याम बाबा मंदिर में नानी बाई रो मायरो शुरू हुआ। कथा के शुभारंभ पर कलश यात्रा डिजे के साथ श्याम बाबा मंदिर से शुरू होकर गांव की परिक्रमा करते हुए कथा स्थल पहुंची। कथावाचक कैलाश शर्मा कथा वाचन किया। इस दौरान समस्त ग्रामवासियों मौजूद थे।