सूरजगढ़। थाना इलाके के बलौदा गांव में मंगलवार को कुछ युवकों ने दो युवकों का अपहरण कर लिया था। कुछ घंटों के बाद एक युवक को मृत हालत में घर में पटककर चले गए। जबकि दूसरे युवक के साथ भी मारपीट की गई है। दूसरे युवक जेठूराम ने बताया कि आरोपियों ने रामेश्वर को शराब के गोदाम बना रखी हवेली में उल्टा लटका कर बेरहमी से मारपीट की जिसके कारण रामेश्वर की मौत हो गई। इस मामले में बलौदा गांव का 20 वर्षीय युवक रामेश्वर वाल्मीकि के भाई कालूराम ने नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। जिसमें उसने आरोप लगाया है कि उसका छोटा भाई रामेश्वर उर्फ चूसिया व उसकी मां राधा देवी गांव में रहते हैं।
14 मई को दोपहर की बात है उसका भाई रामेश्वर बलौदा गांव के बाजार से सब्जी लेकर घर आ रहा था तो रास्ते में जेठूराम पुत्र परमाराम जाति नायक निवासी बलौदा जो गांव के हॉस्पिटल से दवाई लेकर अपने घर आ रहे थे। दोनों मिल गए। इसके बाद रामेश्वर व जेठूराम जब गांव में अपने मकान पर जा रहे थे तो पीछे से गांव का सिंटिया पुत्र महावीर मेघवाल, प्रवीण कुमार पुत्र पप्पू मेघवाल पल्सर मोटरसाईकिल पर आए व दूसरी मोटरसाइकिल पर सुभाष पुत्र महावीर बावरिया बलौदा के पास ड्रीम योगा मोटरसाइकिल पर आए। जिन्होंने उसके भाई व जेठूराम को मोटरसाईकिल पर जबरदस्ती बैठाया और गांव में स्थित सूरजमल की हवेली ले गए। इस हवेली में शराब ठेके की शराब पड़ी रहती है और शराब ठेके के कर्मचारी रहते है। रामेश्वर को सिंटियां, प्रवीण व ढाणा सतनाली निवासी सुखा पुत्र रामजीलाल व एक अन्य युवकों ने मारपीट की। मारपीट में इनमें से सुखा और सुभाष बावरिया गांव के ठेके में सेल्समैन है। इनके अलावा दीपेंद्र उर्फ चिंटू पुत्र जितेन्द्र ने एक राय होकर बारी बारी से रामेश्वर को हाथ पैर लकड़ी व रस्सी से बांधकर उल्टा लटकाकर बांस की लाठी से मारपीट की व जेठूराम के भी मारपीट कर उल्टा लटका दिया।
रामेश्वर को इन लोगों ने बुरी तरह से मारपीट कर हत्या कर दी और उसके भाई रामेश्वर को जान से मारकर घर के आगे पिकअप डाले में डालकर चले गए। मृतक रामेश्वर के भाई ने सिंटियां, प्रवीण कुमार, सुभाष बावरिया, सुखा मेघवाल, प्रवीण पुत्र पप्पू मेघवाल उरीका, व अन्यों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। आपको बता दें कि मृतक रामेश्वर गांव की गोशाला में मजदूरी करता था। ग्रामीणों की मानें तो आरोपी जब रामेश्वर को मृत अवस्था में पिकअप गाड़ी में लेकर उसके घर आए तो साथ में एक गद्दा भी लेकर आए थे। उन्होंने पहले गद्दा घर में रखा। उसके उपर मृत रामेश्वर को सुलाया। इतने ही पास पड़ौस के लोग देखने पहुंच गए तो दबंगई के साथ यह कहकर चले गए कि इस दवा दिला देना। रामेश्वर के भाई बाहर मजदूरी करता है। रामेश्वर अपनी मां के साथ गांव में रहता था। घटना की सूचना रामेश्वर के भाइयों को भी दी गई। वहीं मौके पर चिड़ावा डीएसपी विकास धींधवाल तथा एसएचओ सुखदेव सिंह पहुंच गए थे। बुधवार को मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंपा गया। वहीं पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर आरोपीयों की तलाश में संदिग्ध स्थानों पर दबिश दे रही है।