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झुंझुनूं। अरे हो सांभा! सरकार हम पर कितना ईनाम रखे है। सरदार पूरे 50 हजार। इस डॉयलॉग को आपने खूब सुना होगा। इस डॉयलॉग के जरिए शोले फिल्म का विलेन गब्बर सिंह यह बताना चाह रहा है कि सरकार उसे कितना खूंखार अपराधी मानती है। यह डॉयलॉग या फिर इस डॉयलॉग के शब्द अब अपराधियों के जेहन में ना हो। इसे निकालने के लिए झुंझुनूं एसपी देवेंद्र विश्नोई ने असल में अपराधियों को उनकी औकात दिखाने का काम किया है।
जी, हां झुंझुनूं एसपी देवेंद्र विश्ननोई ने आमर्स एक्ट मामले में फरार चल रहे योगेश उर्फ योगी पर महज 50 पैसे का ईनाम रखा है। जो चर्चा का विषय बना हुआ है। योगेश उर्फ योगी सिंघाना थाना का हिस्ट्रीशीटर भी है। जो इलाके में सक्रिय जेएम ग्रुप के सरगना जयवीर के लिए काम करता है। एसपी देवेंद्र विश्नोई ने बताया कि अक्सर देखने में आया है कि ईनाम घोषित करने के बाद आमजन आरोपियों को पकड़वाने में इतनी मदद नहीं कर पाते। लेकिन ईनाम की राशि को बदमाश अपने महिमा मंडन और रौब के साथ जोड़ लेते है। इसलिए इनका महिमा मंडन रूके और समाज में बदमाशों को लेकर एक अच्छा संदेश जाए। इसलिए यह 50 पैसे का ईनाम घोषित किया है। कानून की नजर में तो अपराधी वैसे भी जीरो ही है। इसलिए यह ईनाम घोषित किया गया है।
आपको बता दें कि करीब साल भर पहले फरवरी 2023 में डीएसटी टीम ने सिंघाना पुलिस की मदद से जयवीर गैंग के दो गूर्गों को अवैध हथियारों के साथ अलग—अलग जगहों से गिरफ्तार किया था। इस मामले में सामने आया था कि दोनों को ही हथियार उपलब्ध करवाने वाला सिंघाना थाने का हिस्ट्रीशीटर सिलारपुरी निवासी योगेश उर्फ योगी था। तभी से पुलिस योगेश उर्फ योगी की तलाश कर रही है।
अपराधियाें की वैल्यू नहीं बढ़ानी

इस संबंध में एसपी देवेंद्रसिंह विश्नोई का कहना है कि अपराधियों पर मोटे इनाम रखकर उनकी औकात बढ़ा दी जाती है। इससे वे अपराध जगत में चर्चा करते हैं कि उस पर इतने रुपए का इनाम है। इसी को खत्म करने के लिए अपराधी पर 50 पैसे का इनाम रखा गया है। ताकि उसकी वैल्यू नहीं बढ़े।